राजस्थान में टिब्बी इथेनॉल विवाद बढ़ा: राठीखेड़ा में फैक्ट्री को लेकर तनाव, कांग्रेस विधायक कुन्नर हिरासत में

राजस्थान में टिब्बी इथेनॉल विवाद बढ़ा: राठीखेड़ा में फैक्ट्री को लेकर तनाव, कांग्रेस विधायक कुन्नर हिरासत में

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र में इथेनॉल फैक्ट्री को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर उभर आया है। राठीखेड़ा गांव में स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासन के बीच कई दिनों से तनाव बना हुआ है। बुधवार को स्थिति तब और गर्मा गई जब पुलिस ने कांग्रेस विधायक कुन्नर को एहतियातन हिरासत में ले लिया।

क्या है विवाद का पूरा मामला?

टिब्बी इलाके में प्रस्तावित इथेनॉल फैक्ट्री का ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री के संचालन से इलाके में जल प्रदूषण, भूजल स्तर में गिरावट और हवा की गुणवत्ता पर खराब असर पड़ने की आशंका है। उनका आरोप है कि पर्यावरणीय मानकों और जन-सहमति के बिना ही इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके विरोध में ग्रामीण कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

विधायक कुन्नर क्यों आए विवाद में?

कांग्रेस विधायक कुन्नर ग्रामीणों के समर्थन में लगातार आवाज उठा रहे थे। बुधवार सुबह वे विरोध स्थल पर पहुंचे और प्रशासन से तत्काल कार्य रोकने की मांग की। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें “कानून-व्यवस्था बनाए रखने” के नाम पर हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि विधायक की मौजूदगी से भीड़ और उग्र हो सकती थी, इसलिए यह कदम उठाया गया।
वहीं, कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा जन-विरोधी नीति अपनाई जा रही है और विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने विधायक की गिरफ्तारी को “लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन” बताया।

ग्रामीणों का कहना है—‘हमें सेहत और भविष्य की चिंता’

राठीखेड़ा और आसपास के गांवों के लोगों ने कहा कि उन्हें फैक्ट्री के संभावित दुष्प्रभावों का डर है। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके की मुख्य आजीविका खेती है और यदि फैक्ट्री से प्रदूषण बढ़ा, तो फसलों और पानी दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
स्थानीय महिलाओं ने भी विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाग लिया और फैक्ट्री को मंजूरी वापस लेने की मांग की।

प्रशासन का पक्ष क्या है?

जिला प्रशासन का कहना है कि प्रोजेक्ट को केंद्र और राज्य के नियमों के अनुसार मंजूरी दी गई है। प्रशासन का दावा है कि फैक्ट्री से कोई पर्यावरणीय नुकसान नहीं होगा और इससे क्षेत्र में उद्योगिक विकास, रोज़गार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
हालांकि, प्रशासन ने माना कि लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए संवाद की आवश्यकता है और जल्द ही एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जाएगी।

इलाके में तनाव, पुलिस बल तैनात

स्थिति को देखते हुए राठीखेड़ा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। कई स्थानों पर बैरिकेड लगाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की भिड़ंत से बचा जा सके। पुलिस का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं।

राज्य की राजनीति में गर्माया मामला

कुन्नर की हिरासत के बाद यह मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया है। विपक्ष और सत्ता पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। आने वाले दिनों में इस विवाद के और उभरने की आशंका है।
ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक सरकार स्पष्ट जवाब नहीं देती और परियोजना पर रोक नहीं लगाती, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।