Home News Cyclone Ditwah: चक्रवात दिटवाह: तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में भारी बारिश...
Cyclone Ditwah: चक्रवात दिटवाह: तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में भारी बारिश और तूफान की तैयारी
दक्षिण भारत में स्थित तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात दिटवाह के कारण गंभीर मौसम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह चक्रवात श्रीलंका के दक्षिण-पूर्व तट के पास बना और बंगाल की खाड़ी में तेजी से गहराता हुआ भारत के दक्षिणी तटीय जिलों की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 27 से 30 नवंबर के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जबकि आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्से और रायलसीमा में 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक लगातार बारिश होने की संभावना जताई गई है। IMD ने तमिलनाडु के तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम और मयिलादुतुरै जिलों में रेड अलर्ट, और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, रानीपेट, चेंगलपट्टू में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
चक्रवात दिटवाह की गति लगभग 7-10 किलोमीटर प्रति घंटे है, जो इसे धीरे-धीरे तमिलनाडु-पुडुचेरी-दक्षिण आंध्र प्रदेश तटों के करीब ला रही है। इस तूफान में तेज हवा की रफ्तार 70-90 किलोमीटर प्रति घंटे तक होने की संभावना है, जिससे बिजली सेवाओं और फसलों को नुकसान हो सकता है। मछुआरों को समुद्र में जाने से रोकने और रहवासियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने स्कूल बंद करने और अनावश्यक आवाजाही से बचने के निर्देश भी जारी किए हैं। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की अध्यक्षता में तमिलनाडु स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने आपात बैठक कर राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।

तूफान के प्रभाव से न केवल भारी बारिश होगी, बल्कि बाढ़, पेड़ उखड़ने और बिजली कटौती की भी आशंका बढ़ गई है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों के लिए तैार है और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गई हैं। इसके अतिरिक्त, दक्षिण भारत के कई जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट लगातार जारी है ताकि आम जनजीवन पर न्यूनतम प्रभाव पड़े।तटीय इलाकों में समुद्र की लहरें सामान्य से अधिक ऊंची होने की वजह से तटीय क्षेत्रवासियों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
तूफान दिटवाह ने पिछले बड़े तूफान सेन्यार के बाद क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। हालांकि सेन्यार ने कम नुकसान पहुंचाया था, दिटवाह तेज और गंभीर होने वाला है। बंगाल की खाड़ी में इस समय दबाव और बढ़ा हुआ है, जिससे यह चक्रवात काफी सक्रिय और विनाशकारी हो सकता है। इसलिए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और आसपास के राज्यों में लोगों को सतर्कता बरतने, सरकारी निर्देशों का पालन करने, और सुरक्षित रहन-सहन की तैयारी करने को कहा गया है।इस दौरान प्रशासन ने आपदाग्रस्तों के लिए अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए हैं और आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति सुनिश्चित की है।

अंततः चक्रवात दिटवाह की स्थिति पर स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दल नजर बनाए हुए हैं। जनता को सलाह दी गई है कि वे तेज हवा और भारी बारिश के दौरान बाहर न निकलें, मछली पकड़ने और तटीय गतिविधियों से बचें, तथा आपात स्थिति में निकटतम राहत केंद्रो का सहारा लें। यह आपदा समय रहते सही बचाव कदम उठाने से बचाव और नुकसान को कम किया जा सकता है